जानिए कौन हैं निर्मल वर्मा?
निर्मल वर्मा का जन्म 1 जनवरी 1964 को उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के न्यामूपुर कला गांव में हुआ। उनके पिता का नाम स्वर्गीय विशेश्वर दयाल वर्मा था। वे हिंदू धर्म से संबंधित हैं और कुर्मी जाति से आते हैं। उन्होंने स्नातक तक शिक्षा प्राप्त की है।
वर्ष 1987 में उनका विवाह श्रीमती शशिकला वर्मा से हुआ। उनके परिवार में एक पुत्र और दो पुत्रियाँ हैं। निर्मल वर्मा कृषि तथा उद्योग से जुड़े व्यवसाय में सक्रिय हैं। इसके साथ-साथ वे सामाजिक और शैक्षिक गतिविधियों में भी भाग लेते रहे हैं। वर्ष 2010 से वे विशेश्वर दयाल महाविद्यालय के प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं। उनकी पत्नी श्रीमती शशिकला वर्मा वर्ष 2008 से 2013 तक सकरन ब्लॉक की प्रमुख रही हैं।
गांव, गरीब एवं वंचितों के उत्थान व किसान-कल्याण हेतु आजीवन समर्पित रहे पूर्व प्रधानमंत्री, 'भारत रत्न' चौधरी चरण सिंह जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!
— Nirmal Verma MLA (@NirmalVermaMLA) December 23, 2024
समस्त क्षेत्रवासियों एवं अन्नदाता किसानों को #किसान_दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! pic.twitter.com/6LISKzXRdh
निर्मल वर्मा का राजनीतिक सफर
निर्मल वर्मा का राजनीतिक सफर वर्ष 2007 में बहुजन समाज पार्टी से शुरू हुआ, जब वे पहली बार बिसवां विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए। पंद्रहवीं विधानसभा में वे प्राक्कलन समिति और सरकारी आश्वासन समिति के सदस्य रहे। इस कार्यकाल के दौरान उन्होंने क्षेत्रीय विकास और प्रशासनिक पारदर्शिता पर कार्य किया।
हालाँकि, वर्ष 2012 और 2017 में उन्होंने फिर से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों ही बार क्रमशः सपा और भाजपा प्रत्याशियों से उन्हें पराजय मिली। इसके बाद वर्ष 2018 में उन्होंने बसपा को छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया।
दल परिवर्तन और नई दिशा | निर्मल वर्मा का राजनीतिक सफर विस्तार
जनवरी 2022 में निर्मल वर्मा ने समाजवादी पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। यह निर्णय उनके राजनीतिक दृष्टिकोण में परिवर्तन को दर्शाता है।
उसी वर्ष बिसवां विधानसभा सीट से उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा। इस चुनाव में 11 प्रत्याशी मैदान में थे, जिनमें निर्मल वर्मा ने 105798 मतों के साथ जीत हासिल की। उनके प्रतिद्वंद्वी सपा के अफजाल कौसर को 95119 वोट प्राप्त हुए। इस जीत के साथ वे अठारहवीं विधानसभा के सदस्य बने।
शिक्षा और सामाजिक योगदान
निर्मल वर्मा ने केवल राजनीति तक ही अपनी भूमिका सीमित नहीं रखी। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में भी सक्रिय योगदान दिया है। वर्ष 2010 से वे विशेश्वर दयाल महाविद्यालय के प्रबंधक के रूप में कार्य कर रहे हैं। इस संस्था के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को उच्च शिक्षा के अवसर मिल रहे हैं।
उनकी पत्नी श्रीमती शशिकला वर्मा भी सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय रही हैं। वे 2008 से 2013 तक ब्लॉक प्रमुख रही हैं, और इस दौरान उन्होंने महिला सशक्तिकरण एवं ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाओं को आगे बढ़ाया।
निर्मल वर्मा का जीवन परिचय और उनका राजनीतिक सफर विभिन्न दलों से होते हुए अंततः भाजपा तक पहुँचा। उन्होंने चुनावी राजनीति में बार-बार भाग लिया और अंततः 2022 में भाजपा से जीत दर्ज की।
सीतापुर जिले की 2022 विधानसभा चुनाव परिणाम : Sitapur Assembly Election Results 2022
क्रम | विधानसभा सीट | विजेता उम्मीदवार | पार्टी |
---|---|---|---|
1 | सीतापुर सदर | राकेश राठौर | भाजपा |
2 | हरगांव | सुरेश राही | भाजपा |
3 | लहरपुर | अनिल कुमार वर्मा | सपा |
4 | बिसवां | निर्मल वर्मा | भाजपा |
5 | सेवता | ज्ञान तिवारी | भाजपा |
6 | महमूदाबाद | आशा मौर्य | भाजपा |
7 | सिधौली | मनीष रावत | भाजपा |
8 | मिश्रिख | रामकृष्ण भार्गव | भाजपा |
9 | महोली | शशांक त्रिवेदी | भाजपा |