जानिए कौन हैं मनीष रावत?
मनीष रावत का जन्म 12 जनवरी 1984 को उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के सुरसा गांव में हुआ। उनके पिता का नाम श्री बाबू राम है। वे हिंदू धर्म के अनुयायी हैं और अनुसूचित जाति (पासी) समुदाय से संबंधित हैं। उन्होंने स्नातकोत्तर शिक्षा के साथ बीएड भी किया है।
22 फरवरी 2009 को उनका विवाह श्रीमती क्षमा वर्मा से हुआ। उनके परिवार में एक पुत्र और एक पुत्री हैं। शिक्षा प्राप्त करने के बाद मनीष रावत ने सामाजिक सेवा और राजनीति की दिशा में कदम बढ़ाया। वे कई वर्षों से राजनीतिक एवं सामाजिक गतिविधियों से जुड़े हुए हैं।
09-05-2025
— Manish Rawat MLA (@manishrawatmla) May 9, 2025
सिधौली आवास पर।
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मनीष रावत का जीवन परिचय
राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने से पहले मनीष रावत ने विभिन्न सामाजिक संगठनों में कार्य किया। वर्ष 2005 में वे वस्तावर गोपालाल एवं मुरलीधर सेवा समिति में सचिव के रूप में कार्यरत रहे।
साथ ही वे इन्द्रपुरी विकास समिति के संरक्षक भी रहे। वर्ष 2011 में समाजवादी पार्टी द्वारा आयोजित जेल भरो आंदोलन में उन्होंने भाग लिया और सीतापुर की जिला कारागार में तीन दिन बंदी रहे। इसके अतिरिक्त, 2016 में मेधावी प्रोत्साहन समिति और 2022 में एक बार फिर इसमें सदस्य के रूप में सक्रिय रहे।
मनीष रावत का राजनीतिक सफर
मनीष रावत का राजनीतिक सफर वर्ष 2012 में शुरू हुआ, जब वे समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में सिधौली सुरक्षित विधानसभा सीट से चुनाव लड़े। उन्हें 73714 मत प्राप्त हुए और उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी हरगोविंद भार्गव को 6631 मतों से हराकर पहली बार विधानसभा में प्रवेश किया।
वर्ष 2012 से 2017 तक वे उत्तर प्रदेश की सोलहवीं विधानसभा के सदस्य रहे। इस दौरान उन्हें अनुसूचित जातियों, जनजातियों एवं जातियों संबंधी संयुक्त समिति में सदस्य के रूप में दायित्व मिला। उनकी सक्रियता और स्थानीय मुद्दों पर पकड़ ने उन्हें जनसंपर्क का आधार मजबूत किया।
दल परिवर्तन और भाजपा में शामिल होने का निर्णय
समाजवादी पार्टी में लंबे समय तक सक्रिय रहने के बाद जनवरी 2022 में मनीष रावत ने सपा छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। लखनऊ में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
इस निर्णय के बाद सिधौली विधानसभा सीट से उन्हें भाजपा का प्रत्याशी घोषित किया गया। यह सीट पिछले 37 वर्षों से भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण रही थी, लेकिन मजबूत उम्मीदवार की अनुपस्थिति के कारण पार्टी पिछड़ती रही थी। मनीष रावत के मैदान में आने से समीकरण बदले और भाजपा ने उन्हें सिधौली से टिकट दिया।
2022 विधानसभा चुनाव और दूसरी बार जीत | मनीष रावत का राजनीतिक सफर
वर्ष 2022 में सिधौली विधानसभा सीट पर कुल 12 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। इस बार मनीष रावत ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में 106022 मत प्राप्त कर विजयी रहे। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी डॉ. हरगोविंद भार्गव को 96121 वोट मिले।
इस जीत के साथ वे अठारहवीं विधानसभा के सदस्य के रूप में दोबारा निर्वाचित हुए। गौरतलब है कि वर्ष 2017 में वे सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और 75996 मत प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस बार दल बदलने और जनसमर्थन के चलते उन्होंने स्पष्ट बहुमत से जीत दर्ज की।
मनीष रावत का जीवन परिचय यह दर्शाता है कि उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक दोनों ही क्षेत्रों में निरंतर सक्रिय भूमिका निभाई है। उनके द्वारा शुरू किया गया राजनीतिक सफर समाजवादी पार्टी से होते हुए भारतीय जनता पार्टी तक पहुँचा।
सीतापुर जिले की 2022 विधानसभा चुनाव परिणाम : Sitapur Assembly Election Results 2022
क्रम | विधानसभा सीट | विजेता उम्मीदवार | पार्टी |
---|---|---|---|
1 | सीतापुर सदर | राकेश राठौर | भाजपा |
2 | हरगांव | सुरेश राही | भाजपा |
3 | लहरपुर | अनिल कुमार वर्मा | सपा |
4 | बिसवां | निर्मल वर्मा | भाजपा |
5 | सेवता | ज्ञान तिवारी | भाजपा |
6 | महमूदाबाद | आशा मौर्य | भाजपा |
7 | सिधौली | मनीष रावत | भाजपा |
8 | मिश्रिख | रामकृष्ण भार्गव | भाजपा |
9 | महोली | शशांक त्रिवेदी | भाजपा |