जानिए कौन हैं किरत सिंह ?
किरत सिंह उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के उमाही कलां गांव से संबंध रखते हैं। इनका जन्म 3 जनवरी 1967 को श्री मामचन्द के घर हुआ। गुर्जर समुदाय से आने वाले किरत सिंह एक स्नातक शिक्षित कृषक हैं। उनका विवाह 3 मार्च 1988 को श्रीमती कृष्णा देवी से हुआ और उनके दो संतानें हैं — एक पुत्र व एक पुत्री।
Saharanpur Assembly Election Results 2022 – बीजेपी ने 7 में से 5 सीटें अपने नाम की
वर्ष 1988 से ही उन्होंने सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय भागीदारी शुरू की। उनका राजनीतिक सफर पूर्व सांसद चौधरी नकली सिंह के मार्गदर्शन में प्रारंभ हुआ, जिसने आगे चलकर उन्हें भारतीय जनता पार्टी और कई सामाजिक संस्थाओं में अहम भूमिका निभाने का अवसर दिया।
किरत सिंह का जीवन परिचय : शिक्षा, परिवार और सामाजिक कार्य
किरत सिंह का जीवन परिचय सहारनपुर जिले की ग्रामीण पृष्ठभूमि से जुड़ा हुआ है। शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने अपने गांव के विकास और सामाजिक उत्थान के लिए विभिन्न स्तरों पर कार्य किया। वह जनता इंटर कॉलेज, उमाही कला के उप प्रबंधक (2001) और फिर प्रबंधक (2015) रहे। इसके अतिरिक्त, उन्होंने गुर्जर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान तथा अखिल भारतीय गुर्जर जाग्रति कन्या महाविद्यालय जैसे संस्थानों के साथ भी गहन संबंध बनाए रखा।
उनकी सामाजिक भूमिका भारतीय संस्कृति सेवार्थ न्यास, अलावलपुर, हरिद्वार जैसे धार्मिक एवं सांस्कृतिक संस्थानों में सचिव के रूप में भी देखी गई। ये सभी कार्य उनके जीवन परिचय का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
राजनीतिक सफर : प्रारंभ से लेकर विधायक बनने तक
किरत सिंह का राजनीतिक सफर 1988 में प्राथमिक सदस्य बनने से शुरू हुआ। 1991 में वह भाजपा युवा मोर्चा के मण्डल अध्यक्ष बने। धीरे-धीरे उन्होंने संगठन में विभिन्न जिम्मेदारियाँ संभालीं, जैसे 1996 में मंडल उपाध्यक्ष, 2002 में जिला कार्यकारिणी सदस्य, 2006 में जिला मंत्री, और 2010 में जिला उपाध्यक्ष।
इसके बाद, वह 2014 में क्षेत्रीय सह संयोजक बने और 2016 में भाजपा जिला महामंत्री की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई। पार्टी संगठन में लगातार कार्य करते हुए, 2018 में वह कैराना लोकसभा उपचुनाव के सह प्रभारी भी रहे। यह क्रमिक प्रगति राजनीतिक सफर में उनके अनुभव और विश्वास को दर्शाती है।
विधानसभा चुनाव और प्रतिनिधित्व की भूमिका
वर्ष 2019 में गंगोह विधानसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा ने किरत सिंह को प्रत्याशी बनाया। उन्होंने चुनाव जीतकर पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा में प्रवेश किया। इस प्रकार, अक्टूबर 2019 में वह सत्रहवीं विधानसभा के सदस्य बने।
इसके बाद 2022 में हुए विधानसभा चुनावों में उन्होंने फिर गंगोह विधानसभा सीट से जीत दर्ज की और अठारहवीं विधानसभा के सदस्य के रूप में दोबारा निर्वाचित हुए। उनके प्रदर्शन और पार्टी के प्रति निष्ठा के कारण उन्हें लगातार विश्वास मिलता रहा।
राजनीतिक संगठन में विभिन्न पदों की भूमिका
किरत सिंह ने राजनीति में सिर्फ चुनावी भूमिका ही नहीं निभाई, बल्कि संगठनात्मक कार्यों में भी अहम योगदान दिया। 1998 में वह सहकारी क्रय-विक्रय समिति के निदेशक बने। वर्ष 2003 में उन्हें भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद 2014 में पश्चिम क्षेत्र के लिए क्षेत्रीय सह संयोजक नियुक्त हुए।
इन सभी पदों पर रहकर उन्होंने संगठन के विस्तार और कार्यकर्ताओं के बीच संवाद को मजबूत किया। संगठनात्मक कार्यों से जुड़ाव उनके राजनीतिक सफर को एक मजबूत आधार देता है। किरत सिंह एक ऐसे जनप्रतिनिधि हैं जिन्होंने पार्टी संगठन और जनसेवा दोनों क्षेत्रों में संतुलन बनाए रखा है। उनका जीवन परिचय और राजनीतिक सफर भाजपा के अनुशासन और सेवा भावना का उदाहरण प्रस्तुत करता है।
Saharanpur Assembly Election Results 2022
सहारनपुर जिले की सभी सात विधानसभा सीटों के विजेता
क्रम संख्या | विधानसभा सीट | विजेता उम्मीदवार | पार्टी |
---|---|---|---|
1 | गंगोह | किरत सिंह | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |
2 | देवबंद | बृजेश सिंह | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |
3 | नकुड़ | मुकेश चौधरी | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |
4 | बेहट | उमर अली खान | समाजवादी पार्टी (सपा) |
5 | रामपुर मनिहारन | देवेंद्र कुमार निम | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |
6 | सहारनपुर | आशु मलिक | समाजवादी पार्टी (सपा) |
7 | सहारनपुर नगर | राजीव गुंबर | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |