जय देवी कौशल का जन्म 1 जनवरी 1965 को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ था। उनके पिता का नाम स्वर्गीय बैजू प्रधान था। हिन्दू धर्म का पालन करती हैं और अनुसूचित जाति (पासी) समुदाय से संबंध रखती हैं।
शैक्षणिक जीवन परिचय के अनुसार, उन्होंने हाईस्कूल तक शिक्षा प्राप्त की। उनका विवाह वर्ष 1984 में कौशल किशोर से हुआ, जिनका जन्म 25 जनवरी 1965 को हुआ था। उनके परिवार में तीन पुत्र हैं।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
व्यावसायिक जीवन में जय देवी कौशल कृषि कार्य से जुड़ी हुई हैं। अपने पारिवारिक जीवन के साथ-साथ उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में भी सक्रिय भूमिका निभाई है।
प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
जय देवी कौशल का जीवन परिचय उनके मजबूत पारिवारिक पृष्ठभूमि से जुड़ा हुआ है। उनके पति कौशल किशोर भी एक वरिष्ठ राजनेता हैं, जो वर्ष 2002 में विधायक, 2014 में लोकसभा सांसद और 2021 में भारत सरकार में राज्य मंत्री रह चुके हैं। इस राजनीतिक वातावरण ने जय देवी कौशल को भी सक्रिय राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया।
जय देवी कौशल का राजनीतिक सफर
जय देवी कौशल : राजनीतिक सफर की शुरुआत
जय देवी कौशल ने भारतीय जनता पार्टी के माध्यम से राजनीति में सक्रिय भागीदारी शुरू की। वर्ष 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उन्होंने पहली बार विधानसभा सदस्य के रूप में सत्रहवीं विधान सभा में प्रवेश किया।
राजनीतिक सफर के इस आरंभिक चरण में, जय देवी कौशल को अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों तथा विमुक्त जातियों सम्बन्धी समिति का सदस्य भी बनाया गया। इस भूमिका में उन्होंने समाज के वंचित वर्गों के अधिकारों और कल्याण के लिए कार्य किया।
दूसरी बार विधायक निर्वाचित होना
मार्च 2022 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जय देवी कौशल ने एक बार फिर सफलता प्राप्त की। वे अठारहवीं विधान सभा में सदस्य के रूप में दूसरी बार निर्वाचित हुईं।
राजनीतिक सफर में दोबारा चुनाव जीतना यह दर्शाता है कि जनता के बीच उनका संपर्क और विश्वास मजबूत है। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने सामाजिक न्याय, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्रों में कार्य करने की प्रतिबद्धता दिखाई है।
समाज सेवा और राजनीतिक योगदान
उनका राजनीतिक सफर केवल चुनावी राजनीति तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने समाज सेवा में भी उल्लेखनीय कार्य किए हैं। अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों की समस्याओं को सरकार तक पहुँचाने और उनके अधिकारों के संरक्षण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
उनके कार्यों में किसानों के हित में नीतियाँ बनवाना, गरीब वर्ग के बच्चों की शिक्षा के लिए प्रयास करना और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम करना शामिल है।
जय देवी कौशल अपने राजनीतिक सफर को सामाजिक विकास के साथ जोड़कर आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं। उनका उद्देश्य अनुसूचित जाति और अन्य वंचित वर्गों के सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करना है।