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MLA Political Journey

गुलाब देवी : चंदौसी के विधायक का जीवन सफर और राजनीतिक यात्रा

Gulab Devi गुलाब देवी - चंदौसी के विधायक का जीवन सफर और राजनीतिक यात्रा

Gulab Devi गुलाब देवी - चंदौसी के विधायक का जीवन सफर और राजनीतिक यात्रा

जानिए कौन हैं गुलाब देवी ?

गुलाब देवी का जन्म 1 जून 1955 को उत्तर प्रदेश के संभल जनपद के चन्दौसी कस्बे में हुआ था। वह अनुसूचित जाति (धोबी) समुदाय से आती हैं। उनके पिता स्व. बाबू राम एक साधारण कामगार थे, जो कपड़ों को प्रेस करने का काम करते थे। इसके बावजूद उन्होंने अपनी बेटी को उच्च शिक्षा दिलाई। गुलाब देवी ने स्नातकोत्तर व बीएड की शिक्षा प्राप्त की और फिर एक शिक्षिका के रूप में अपने करियर की शुरुआत की।

Sambhal Assembly Election Results 2022 : 3 सीटें सपा जीतीं-भाजपा को एक सीट

समाज सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के बाद उन्होंने राजनीति में कदम रखा। वह चंदौसी कन्या इंटर कॉलेज में राजनीति शास्त्र की अध्यापिका और बाद में प्रधानाचार्या भी रहीं। जीवन की सादगी के साथ उन्होंने मेहनत का रास्ता चुना और शिक्षिका से विधायक और अंततः मंत्री बनने का लंबा सफर तय किया। उनके पति श्री रामपाल सिंह शुगर मिल में कार्यरत थे और बाद में राजनीति में उनकी सहयोगी भूमिका निभाने लगे।

https://twitter.com/gulabdeviup/status/1806335399259988111

गुलाब देवी का राजनीतिक सफर : एक व्यापक जीवन परिचय

प्रारंभिक राजनीतिक सफर और पहली जीत

गुलाब देवी ने राजनीति में वर्ष 1991 में कदम रखा, जब वह पहली बार चंदौसी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुईं। इसके बाद 1996 में उन्होंने दोबारा जीत दर्ज की। वर्ष 1997 से 2002 तक वह महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में राज्य मंत्री रहीं। इस दौरान उन्होंने कल्याण सिंह, रामप्रकाश गुप्ता और राजनाथ सिंह की सरकारों के साथ काम किया।

संगठनात्मक भूमिकाएं और योगदान

2002 से 2007 तक वे फिर से विधायक चुनी गईं और अनुसूचित जाति, जनजाति तथा विमुक्त जातियों से जुड़ी संयुक्त समिति की सदस्य बनीं। वर्ष 2008 से 2012 तक उन्हें उत्तर प्रदेश भाजपा का प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इस भूमिका में उन्होंने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने में योगदान दिया। गुलाब देवी ने समाज और पार्टी के लिए लगातार काम किया, जिससे उनकी पहचान एक जमीनी नेता के रूप में बनी रही।

पांचवी बार जीत और स्वतंत्र प्रभार मंत्री पद

वर्ष 2017 में उन्हें चौथी बार विधायक चुना गया और योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया। फिर 2022 में चंदौसी विधानसभा सीट से पांचवी बार जीत दर्ज करने पर उन्हें माध्यमिक शिक्षा विभाग का स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री बनाया गया। इस दौरान उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योजनाओं और नीतियों का संचालन किया।

गुलाब देवी का राजनीतिक सफर यह दर्शाता है कि कैसे एक शिक्षिका निरंतर संघर्ष और मेहनत से उत्तर प्रदेश की राजनीति में शीर्ष पद तक पहुंच सकती है। वह प्रदेश की वरिष्ठ महिला नेताओं में गिनी जाती हैं और आज भी सक्रिय रूप से शिक्षा और समाज कल्याण के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं।

गुलाब देवी : सामाजिक और पारिवारिक योगदान

उनका परिवार भी सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय है। उनकी तीनों बेटियाँ भी राजनीतिक तौर पर सक्रिय हैं। इसके अलावा उनके पति रामपाल सिंह ने भी रिटायरमेंट के बाद राजनीतिक क्षेत्र में उनका भरपूर साथ दिया। गुलाब देवी का जीवन परिचय यह भी दर्शाता है कि पारिवारिक सहयोग और दृढ़ संकल्प से कोई भी स्त्री राजनीति जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में लगातार सफलता अर्जित कर सकती है।

गुलाब देवी की कार्यशैली, सादगी और समर्पण ने उन्हें उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक स्थायी स्थान दिलाया है। उनकी राजनीतिक सफर ने समाज के वंचित वर्गों के लिए एक मिसाल पेश की है। उन्होंने न केवल एक शिक्षिका के रूप में समाज को ज्ञान दिया बल्कि एक राजनेता के रूप में समाज के विकास की दिशा भी तय की।

Sambhal Assembly Election Results 2022

संभल ज़िले की प्रमुख विधानसभा सीटों के 2022 के चुनाव परिणाम

विधानसभा सीटविजेता उम्मीदवारपार्टी
गुन्नौररामखिलाड़ी सिंहसमाजवादी पार्टी (SP)
संभलइकबाल महमूदसमाजवादी पार्टी (SP)
असमोलीपिंकी सिंह यादवसमाजवादी पार्टी (SP)
चंदौसीगुलाब देवीभारतीय जनता पार्टी (BJP

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