जानिए कौन हैं वीर विक्रम सिंह प्रिंस ?
वीर विक्रम सिंह प्रिंस का जन्म 1 जुलाई 1987 को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जनपद में हुआ। वे ठाकुर जाति से संबंध रखते हैं और हिन्दू धर्म के अनुयायी हैं। उनके पिता श्री वीरेंद्र प्रताप सिंह “मुन्ना” तीन बार विधायक रह चुके हैं। प्रिंस की प्रारंभिक शिक्षा मुमुक्षु आश्रम, शाहजहाँपुर में हुई और आगे की पढ़ाई उन्होंने ग्वालियर के प्रतिष्ठित सिंधिया स्कूल से की। इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से बी.कॉम. और अन्य संस्थानों से एम.ए., एम.बी.ए., एल.एल.बी. और पीएच.डी. की डिग्रियां प्राप्त कीं।
30 नवम्बर 2019 को उन्होंने पूजा सिंह से विवाह किया और उनके एक पुत्र हैं। पेशे से प्रिंस एक कृषक और अधिवक्ता हैं। वे शाहजहाँपुर के डभौरा गांव (गढ़िया रंगीन क्षेत्र) के निवासी हैं।
वीर विक्रम सिंह प्रिंस का जीवन परिचय
वीर विक्रम सिंह प्रिंस का जीवन परिचय बहुआयामी गतिविधियों से जुड़ा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ-साथ उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक संस्थाओं में भी सक्रिय भागीदारी निभाई। वे केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (2006-2010), भारतीय खाद्य निगम (2010-2012) और कई ट्रस्टों के सदस्य रहे हैं, जिनमें ठाकुर सुरेंद्र पाल सिंह सेवा ट्रस्ट और माँ प्रेम कुमारी सेवा ट्रस्ट प्रमुख हैं।
वीर विक्रम सिंह प्रिंस का राजनीतिक सफर
वीर विक्रम सिंह प्रिंस का राजनीतिक सफर वर्ष 2017 में शुरू हुआ, जब वे पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। उनके पिता श्री वीरेंद्र प्रताप सिंह 1991 से 2007 तक कांग्रेस पार्टी से विधायक रह चुके थे। इसी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए प्रिंस ने भारतीय जनता पार्टी से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
2017 से 2022 तक वे प्रतिनिहित विधायन समिति के सदस्य रहे। इस दौरान उन्होंने विधानसभा में जनहित से जुड़े मुद्दों को प्रभावशाली तरीके से उठाया। मार्च 2022 में वे दूसरी बार कटरा विधानसभा सीट से विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए और अठारहवीं विधान सभा में स्थान प्राप्त किया।
राजनीतिक अनुभव और सामाजिक भूमिका
वीर विक्रम सिंह प्रिंस का अनुभव केवल चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है। वे विभिन्न समितियों और ट्रस्टों के माध्यम से समाज सेवा में भी निरंतर योगदान दे रहे हैं। सामाजिक सरोकारों से जुड़ी संस्थाओं में उनकी सहभागिता दर्शाती है कि उन्होंने सार्वजनिक जीवन में केवल राजनीतिक पहचान ही नहीं बनाई, बल्कि शिक्षा और कल्याण के क्षेत्र में भी प्रभाव छोड़ा है।
उनकी कार्यशैली में पारदर्शिता और क्षेत्रीय विकास के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई देती है। यह पहलू वीर विक्रम सिंह प्रिंस का जीवन परिचय को व्यापक और प्रभावशाली बनाता है।
विधानसभा में भागीदारी और जनप्रतिनिधित्व
वर्ष 2017 और 2022 के विधानसभा कार्यकाल में वीर विक्रम सिंह प्रिंस ने अपने क्षेत्र की आवाज़ विधानमंडल तक पहुँचाई। जनप्रतिनिधि के रूप में उन्होंने क्षेत्रीय समस्याओं को शासन स्तर पर उठाया। इससे जनता के बीच उनकी सक्रियता और प्रतिबद्धता की छवि बनी।
उनका राजनीतिक सफर का जीवन परिचय यह भी दर्शाता है कि वे युवाओं में राजनीतिक जागरूकता फैलाने के पक्षधर रहे हैं।
वह एक शिक्षित, जागरूक और सामाजिक रूप से सक्रिय जनप्रतिनिधि हैं। उन्होंने शिक्षा, राजनीति और सामाजिक कार्यों में संतुलन बनाते हुए जनता की सेवा की है।
उनका जीवन परिचय और राजनीतिक सफर का जीवन परिचय बताता है कि वे आने वाले समय में भी अपने क्षेत्र और समाज के लिए नए कार्यों के साथ आगे बढ़ने का प्रयास करते रहेंगे।
Shahjahanpur Assembly Election Results 2022
शाहजहांपुर जिले की विधानसभा सीटों पर 2022 के विजेताओं की सूची
विधानसभा सीट | 2022 में विजेता (पार्टी) |
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ददरौल | मानवेन्द्र सिंह (बीजेपी) |
ददरौल ( उपचुनाव 2024 ) | अरविंद कुमार सिंह |
जलालाबाद | हरि प्रकाश वर्मा (बीजेपी) |
कटरा | वीर विक्रम सिंह प्रिंस (बीजेपी) |
पुवायां | चेतराम (बीजेपी) |
शाहजहांपुर | सुरेश कुमार खन्ना (बीजेपी) |
तिलहर | सलोना कुशवाहा (बीजेपी) |