दिनेश खटीक उत्तर प्रदेश की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी के एक सक्रिय विधायक और मंत्री के रूप में उभरे हैं। उन्होंने मेरठ जिले की हस्तिनापुर विधानसभा सीट से लगातार दो बार जीत हासिल की और राज्य सरकार में मंत्री पद भी संभाला। उनका सामाजिक और राजनीतिक सफर संघ से शुरू होकर भाजपा की मुख्यधारा तक पहुँचा।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
दिनेश खटीक का पारिवारिक जीवन और सामाजिक पृष्ठभूमि
दिनेश खटीक का जन्म 11 अगस्त 1977 को मेरठ जनपद के फलावदा कस्बे में हुआ। उनके पिता का नाम देवेंद्र कुमार और माता का नाम सरोज देवी है। पत्नी का नाम आरती है और उनके दो बच्चे हैं – एक पुत्र और एक पुत्री। उनका परिवार लंबे समय से फलावदा में ईंट भट्टे के व्यवसाय से जुड़ा रहा है।
दिनेश खटीक का जीवन परिचय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से गहराई से जुड़ा रहा है। उनके पिता भी संघ से जुड़े हुए थे, जिससे उन्हें वैचारिक मार्गदर्शन मिला। यही पृष्ठभूमि आगे चलकर उनके राजनीतिक जीवन की नींव बनी।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुआ आतंकी हमला एक कायराना और अमानवीय कृत्य है। इस कायराना घटना ने हर भारतीय के हृदय को शोक और आक्रोश से भर दिया है। देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करता…
— Dinesh Khatik (@MLADineshKhatik) April 22, 2025
दिनेश खटीक का राजनीतिक सफर
प्रारंभिक भूमिका से विधायक बनने तक
दिनेश खटीक ने सामाजिक और राजनीतिक सक्रियता की शुरुआत 1994 में फलावदा के खंड कार्यवाह के रूप में की। 2006 तक वे विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल जैसे संगठनों में सक्रिय रहे। 2007 में उन्हें मेरठ भाजपा का जिला मंत्री बनाया गया। इसके बाद 2010 में जिला उपाध्यक्ष और 2013 में जिला महामंत्री बने।
उनकी मेहनत और संगठन क्षमता को देखते हुए पार्टी ने 2017 में हस्तिनापुर विधानसभा सीट से टिकट दिया। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के योगेश वर्मा को 36,062 वोटों के अंतर से हराकर पहली बार विधायक बने।
दूसरी बार जीत और मंत्री पद तक का सफर
दिनेश खटीक का राजनीतिक सफर – सफलता की निरंतरता
2022 के विधानसभा चुनाव में हस्तिनापुर सीट पर फिर से मुकाबला योगेश वर्मा से हुआ, जो अब समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे। दिनेश खटीक ने इस बार भी जीत दर्ज की और उन्हें 1,07,587 वोट प्राप्त हुए, जबकि प्रतिद्वंद्वी को 1,00,275 वोट मिले। जीत का अंतर 7,312 रहा।
लगातार दूसरी बार जीतने के बाद उन्हें योगी आदित्यनाथ की सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया। इस प्रकार, दिनेश खटीक का राजनीतिक सफर कार्यकर्ता से मंत्री बनने तक पहुँचा।
संघ से निकली नेतृत्व क्षमता
पारिवारिक और वैचारिक जुड़ाव
दिनेश खटीक के परिवार का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ाव उनके नेतृत्व गुणों और अनुशासन की पहचान बनाता है। उनके छोटे भाई नितिन खटीक भी राजनीति में सक्रिय रहे और 2016 से 2021 तक मेरठ जिला पंचायत के सदस्य रहे।
संघ और भाजपा के साथ उनका जुड़ाव न केवल उनकी राजनीतिक दिशा तय करता है, बल्कि उनके कार्यों और नीतियों को भी उसी विचारधारा से प्रेरित करता है।
दिनेश खटीक का जीवन परिचय और उनका राजनीतिक सफर दोनों ही यह स्पष्ट करते हैं कि वे जमीनी स्तर से आए नेता हैं, जिन्होंने संगठनात्मक कार्य से लेकर जनप्रतिनिधित्व और मंत्री पद तक का सफर तय किया। मेरठ जिले की राजनीति में उनकी पहचान एक स्थायी और प्रभावशाली नेता के रूप में बन चुकी है।
Meerut Assembly Election Results 2022
मेरठ जिले की सभी 7 विधानसभा सीटों के विजेता
विधानसभा सीट | विजेता प्रत्याशी | पार्टी |
---|---|---|
मेरठ | रफीक अंसारी | समाजवादी पार्टी |
किठौर | शाहिद मंजूर | समाजवादी पार्टी |
सिवालखास | गुलाम मोहम्मद | राष्ट्रीय लोक दल (RLD) |
हस्तिनापुर | दिनेश खटीक | भारतीय जनता पार्टी |
मेरठ दक्षिण | डॉ. सोमेंद्र सिंह तोमर | भारतीय जनता पार्टी |
मेरठ कैंट | अमित अग्रवाल | भारतीय जनता पार्टी |
सरधना | अतुल प्रधान | समाजवादी पार्टी |