जानिए कौन हैं चेतराम पासी ?

चेतराम पासी का जन्म 10 जुलाई, 1951 को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जनपद के हंसपुर गांव में हुआ था। उनका संबंध अनुसूचित जाति (पासी) समुदाय से है और वे हिंदू धर्म के अनुयायी हैं। उनके पिता का नाम स्वर्गीय लल्लूराम था। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने स्नातक के साथ-साथ एल.एल.बी. (LLB) की डिग्री भी प्राप्त की।

19 मई 1977 को उन्होंने श्रीमती आशा देवी से विवाह किया। उनके परिवार में दो पुत्र और तीन पुत्रियाँ हैं। पेशे से चेतराम पासी कृषक होने के साथ-साथ एक वकील भी हैं। उनका राजनीतिक सफर पुवायां विधानसभा क्षेत्र से जुड़ा रहा है, जहाँ से वे अब तक छह बार विधायक निर्वाचित हो चुके हैं।

चेतराम पासी का जीवन परिचय

चेतराम पासी का जीवन परिचय बताता है कि वे सामाजिक और राजनीतिक रूप से सक्रिय रहे हैं। ग्रामीण परिवेश में पले-बढ़े चेतराम ने शिक्षा प्राप्ति के पश्चात वकालत को अपना पेशा बनाया। सामाजिक सेवा की भावना के चलते उन्होंने राजनीति में कदम रखा।

उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि सामान्य होते हुए भी उन्होंने लगातार संघर्ष करते हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा में अपनी जगह बनाई। उनके राजनीतिक योगदान को देखते हुए उन्हें विभिन्न समितियों में सदस्य और अध्यक्ष जैसे उत्तरदायित्व भी सौंपे गए हैं।

चेतराम पासी का राजनीतिक सफर

चेतराम पासी का राजनीतिक सफर वर्ष 1985 से प्रारंभ हुआ, जब वे नवमी विधानसभा के सदस्य के रूप में पहली बार निर्वाचित हुए। इसके बाद उन्होंने 1989, 1991, और 1993 में क्रमशः दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं विधानसभाओं में लगातार जीत दर्ज की। उस समय वे कांग्रेस पार्टी से विधायक थे।

लंबे अंतराल के बाद उन्होंने वर्ष 2017 में भाजपा का दामन थामा और उसी वर्ष समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी शकुंतला देवी को लगभग 72 हजार मतों से हराकर एक बार फिर विधानसभा पहुँचे। इस प्रकार चेतराम पासी के राजनीतिक सफर का जीवन परिचय स्पष्ट करता है कि उन्होंने विभिन्न राजनैतिक दलों के साथ काम करते हुए जनता का भरोसा लगातार हासिल किया है।

भाजपा में शामिल होने के बाद का दौर

वर्ष 2017 में चेतराम पासी ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में प्रवेश किया। यह उनके राजनीतिक करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। भाजपा से चुनाव लड़ते हुए उन्होंने सपा प्रत्याशी को बड़ी मात दी। इसके बाद 2022 में भी उन्होंने पुवायां विधानसभा सीट से चेतराम ने जीत हासिल की। जीत दर्ज की और अठारहवीं विधानसभा के सदस्य बने।

राजनीतिक रूप से सक्रिय रहते हुए वे लोक लेखा समिति और अनुसूचित जाति-जनजाति तथा विमुक्त जातियों से संबंधित संयुक्त समिति के सदस्य भी हैं। इसके अलावा वे लल्लूराम मेमोरियल पब्लिक स्कूल, मैलानी, जनपद खीरी के अध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं।

हंसपुर गांव से जुड़ी उम्मीदें और हकीकत

चेतराम पासी का जीवन परिचय उनके मूल गांव हंसपुर से भी गहराई से जुड़ा है। जनता को उम्मीद थी कि विधायक बनने के बाद वे अपने गांव के विकास पर विशेष ध्यान देंगे। लेकिन चुनाव जीतने के पश्चात हंसपुर विकास से वंचित रह गया, जिससे क्षेत्र में लोगों की नाराजगी भी सामने आई।

इस परिस्थिति ने यह संकेत दिया कि भले ही उनका राजनीतिक सफर सफल रहा हो, मगर मूलभूत विकास कार्यों में अपेक्षित प्रगति नहीं हो सकी। फिर भी, क्षेत्र में उनका प्रभाव और पकड़ आज भी बनी हुई है।

चेतराम पासी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक स्थायी और अनुभवी चेहरा रहे हैं। उन्होंने छह बार विधायक के रूप में जनता का प्रतिनिधित्व किया है और विविध समितियों में कार्य करके प्रशासनिक अनुभव भी प्राप्त किया है।

चेतराम पासी का जीवन परिचय यह दर्शाता है कि वे जमीनी स्तर के नेता हैं जिनकी राजनीति सामाजिक न्याय और ग्रामीण विकास से जुड़ी रही है। उनके राजनीतिक सफर का जीवन परिचय आने वाले समय में नई चुनौतियों और अपेक्षाओं के साथ जारी रहेगा।

Shahjahanpur Assembly Election Results 2022

शाहजहांपुर जिले की विधानसभा सीटों पर 2022 के विजेताओं की सूची

विधानसभा सीट2022 में विजेता (पार्टी)
ददरौलमानवेन्द्र सिंह (बीजेपी)
ददरौल ( उपचुनाव 2024 )अरविंद कुमार सिंह
जलालाबादहरि प्रकाश वर्मा (बीजेपी)
कटरावीर विक्रम सिंह प्रिंस (बीजेपी)
पुवायांचेतराम पासी (बीजेपी)
शाहजहांपुरसुरेश कुमार खन्ना (बीजेपी)
तिलहरसलोना कुशवाहा (बीजेपी)
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