ब्रजेश पाठक का जन्म 25 जून 1964 को उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के मल्लावां कस्बे के मोहल्ला गंगाराम में हुआ। उनके पिता का नाम स्वर्गीय सुरेश पाठक था। उनका धर्म हिन्दू और जाति ब्राह्मण है। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने एलएलबी (कानून) की पढ़ाई पूरी की।
उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व
8 मार्च 1995 को उनका विवाह नम्रता पाठक से हुआ, जिनका जन्म 15 मई 1974 को हुआ था। परिवार में एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं। पेशेवर रूप से वह कृषि और वकालत से जुड़े रहे हैं।
ब्रजेश पाठक का प्रारंभिक राजनीतिक जीवन
ब्रजेश पाठक ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र जीवन में की थी। वर्ष 1989 में वह लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के उपाध्यक्ष चुने गए और 1990 में अध्यक्ष बने।
इसके बाद, 2002 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा और मल्लावां विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा। हालांकि इस चुनाव में उन्हें मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
बसपा में ब्रजेश पाठक का राजनीतिक सफर
कांग्रेस छोड़ बसपा में शामिल होना
2004 में ब्रजेश पाठक ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल हो गए। बसपा ने उन्हें 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्नाव संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाया, जहां उन्होंने जीत हासिल की। इस सफलता के बाद उन्हें बसपा का लोकसभा में उपनेता बनाया गया।
राजनीतिक सफर यहीं नहीं रुका। 2009 में मायावती ने उन्हें राज्यसभा भेजा, जहां वह बसपा के मुख्य सचेतक रहे।
परिवार की राजनीतिक भागीदारी
ब्रजेश पाठक की पत्नी नम्रता पाठक को भी 2012 में उन्नाव सदर विधानसभा सीट से टिकट मिला, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। मायावती सरकार के दौरान नम्रता को राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया और उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा भी दिया गया।
भाजपा में ब्रजेश पाठक का नया राजनीतिक अध्याय
भाजपा में शामिल होना
2016 में ब्रजेश पाठक ने बसपा से नाता तोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामा। 22 अगस्त 2016 को वह आधिकारिक रूप से भाजपा में शामिल हुए।
2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें लखनऊ सेंट्रल विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में उन्होंने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रविदास मेहरोत्रा को 5094 वोटों से हराया और पहली बार विधानसभा पहुंचे।
मंत्री पद की जिम्मेदारी
योगी आदित्यनाथ सरकार में ब्रजेश पाठक को विधि एवं न्याय, अतिरिक्त ऊर्जा तथा राजनीतिक पेंशन विभाग का मंत्री बनाया गया। इस दौरान उन्होंने अपने मंत्रालय में कई महत्वपूर्ण कार्य किए।
ब्रजेश पाठक का 2022 विधानसभा चुनाव और उप मुख्यमंत्री बनना
2022 के विधानसभा चुनाव में ब्रजेश पाठक ने लखनऊ कैंट सीट से चुनाव लड़ा और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुरेंद्र सिंह राजू को 39512 वोटों से पराजित किया। जीत के बाद उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार में उप मुख्यमंत्री बनाया गया। साथ ही उन्हें चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई।
ब्रजेश पाठक का प्रमुख राजनीतिक योगदान
राजनीतिक सफर में प्रमुख योगदान निम्नलिखित हैं:
- 2004-2008 : चौदहवीं लोकसभा में प्रथम बार सदस्य निर्वाचित
- 2008-2014 : राज्यसभा में सदस्य
- मार्च 2017 : उत्तर प्रदेश विधान सभा के सत्रहवें सत्र में सदस्य निर्वाचित
- मार्च 2017 : मंत्री, विधि एवं न्याय, अतिरिक्त ऊर्जा, और राजनीतिक पेंशन विभाग (योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल)
- मार्च 2022 : अट्ठारहवीं विधान सभा में दूसरी बार सदस्य निर्वाचित
- मार्च 2022 : उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री नियुक्त
ब्रजेश पाठक का जीवन परिचय और राजनीतिक सफर दोनों यह दर्शाते हैं कि किस प्रकार उन्होंने कठिनाइयों और परिवर्तनों के बीच अपने राजनीतिक करियर को आगे बढ़ाया।
ब्रजेश ‘अद्भुत उन्नाव’ और ‘नंगे पाँव’ जैसी पुस्तकों के लेखक भी हैं, जो डायमण्ड पार्केट बुक्स, नई दिल्ली से प्रकाशित हुई हैं। इसके अतिरिक्त, वह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष भी रहे हैं।