बलिया जिले की रसड़ा विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उमाशंकर सिंह [ MLA Umashankar Singh ] ने 6,583 वोटों के अंतर से सुभासपा के महेंद्र सिंह को पराजित कर लगातार तीसरी बार विधायक चुने जाने का गौरव प्राप्त किया। यह उपलब्धि विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि:
- 2022 में बसपा को पूरे उत्तर प्रदेश में केवल इसी सीट पर जीत मिली
- उमाशंकर सिंह ने 2012, 2017 और 2022 – तीनों चुनावों में जीत दर्ज की
- मोदी लहर (2017) और भाजपा सरकार (2022) के बावजूद जीत बरकरार रखी
किस किस यूपी विधायक ने बदली कई पार्टियाँ – जानिए कौन है ये ‘आया राम, गया राम’
MLA Umashankar Singh का जीवन परिचय और प्रारंभिक शिक्षा
बलिया जिले की रसड़ा विधानसभा से तीन बार विधायक चुने गए उमाशंकर सिंह [ MLA Umashankar Singh ] का जन्म और पालन-पोषण बलिया के स्थानीय परिवेश में हुआ। उनके प्रारंभिक जीवन ने ही उनमें समाजसेवा और राजनीति के प्रति रुझान विकसित किया। उन्होंने अपनी शैक्षणिक योग्यता बलिया के प्रतिष्ठित सतीश चंद्र डिग्री कॉलेज से प्राप्त की, जहाँ से उन्होंने स्नातक की डिग्री हासिल की। इसी कॉलेज के दौरान उनके राजनीतिक व्यक्तित्व का विकास हुआ जब वह 1990-91 में छात्रसंघ के महामंत्री चुने गए। उनका छात्र जीवन ही उनके भविष्य के राजनीतिक सफर की नींव साबित हुआ।
उमाशंकर सिंह का राजनीतिक सफर और उपलब्धियाँ [ MLA Umashankar Singh ]
उमाशंकर सिंह का राजनीतिक सफर एक साधारण छात्र नेता से लेकर तीन बार विधायक बनने तक का प्रेरणादायक संघर्ष है। वर्ष 2000 में उन्होंने पहली बार जिला पंचायत सदस्य के रूप में चुनावी राजनीति में प्रवेश किया। वर्ष 2009 में उन्होंने एक निर्माण कंपनी की स्थापना कर व्यवसायिक जीवन में कदम रखा, लेकिन इसके बावजूद वह राजनीति से जुड़े रहे। वर्ष 2011 में बसपा सुप्रीमो मायावती के संपर्क में आने के बाद उन्होंने बसपा की सदस्यता ग्रहण की और अपने राजनीतिक करियर को नई दिशा दी।
वर्ष 2012 में उन्हें पहली बार रसड़ा विधानसभा सीट से बसपा का प्रत्याशी बनाया गया, जहाँ उन्होंने समाजवादी पार्टी के सनातन पांडेय को हराकर अपनी पहली विधायकीय जीत दर्ज की। वर्ष 2017 में मोदी लहर के बावजूद उन्होंने अपनी सीट बरकरार रखी और दूसरी बार विधायक चुने गए। वर्ष 2022 में उन्होंने सुभासपा के महेंद्र सिंह को 6,583 वोटों से हराकर लगातार तीसरी बार विधायक बनने का ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित किया। उनका यह राजनीतिक सफर न केवल उनकी जनसंपर्क क्षमता को दर्शाता है, बल्कि उनके जमीनी नेता होने का भी प्रमाण है।
सामाजिक कार्य और जनसेवा में योगदान
उमाशंकर सिंह की राजनीतिक सफलता का मूल मंत्र उनका जनसेवा के प्रति समर्पण रहा है। अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने 251 गरीब जोड़ों का सामूहिक विवाह कराकर क्षेत्र में सामाजिक परिवर्तन की मिसाल कायम की। दूसरे कार्यकाल में इस पहल को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने 351 जोड़ों का विवाह समारोह आयोजित कराया। कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था सहित क्षेत्रवासियों के चिकित्सा उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके इन सामाजिक कार्यों ने उन्हें जनता के बीच “रॉबिनहुड” की छवि प्रदान की है।
व्यक्तित्व और राजनीतिक दृष्टिकोण
उमाशंकर सिंह का राजनीतिक व्यक्तित्व एक सुलभ और जमीनी नेता का है। उनकी राजनीतिक विचारधारा सामाजिक न्याय और वंचित वर्गों के उत्थान पर केंद्रित है। अपने निर्माण व्यवसाय के अनुभव ने उन्हें विकास कार्यों को बेहतर ढंग से समझने में मदद की है। विपक्ष में रहते हुए भी वह क्षेत्रीय विकास कार्यों को प्राथमिकता देते हैं, जिसके कारण उन्हें “विकास पुरुष” के रूप में भी जाना जाता है। उनका राजनीतिक दृष्टिकोण व्यावहारिक समस्याओं के त्वरित समाधान पर आधारित है, जो उन्हें जनता के बीच विशेष पहचान दिलाता है।
राजनीतिक सफर: तीन बार विधायक बनने तक [ MLA Umashankar Singh ]
उमाशंकर सिंह का राजनीतिक उत्थान एक प्रेरणादायक कहानी है:
विधानसभा चुनावों में प्रदर्शन [ MLA Umashankar Singh ]
वर्ष | प्रतिद्वंद्वी | पार्टी | जीत का अंतर | विशेष तथ्य |
---|---|---|---|---|
2012 | सनातन पांडेय | सपा | – | पहली बार विधायक बने |
2017 | – | – | – | मोदी लहर के बावजूद जीते |
2022 | महेंद्र सिंह | सुभासपा | 6,583 वोट | हैट्रिक पूरी की |
भविष्य की राजनीतिक संभावनाएं
- बसपा में भूमिका: पार्टी के एकमात्र विधायक के रूप में विशेष महत्व
- क्षेत्रीय प्रभाव: पूर्वांचल में बसपा की मजबूती का केन्द्र
- 2027 की चुनौती: क्या चौथी बार जीत पाएंगे?
“उमाशंकर सिंह की सफलता साबित करती है कि ईमानदार जनसेवा और स्थानीय जुड़ाव राजनीति में दीर्घकालिक सफलता की कुंजी है।”
– राजनीतिक विश्लेषक, पूर्वांचल
इस जीत ने न केवल उमाशंकर सिंह के व्यक्तिगत राजनीतिक करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, बल्कि यह बसपा के लिए भी एक आशा की किरण है। आने वाले समय में उनका प्रदर्शन और बसपा की रणनीति पूर्वांचल की राजनीति को प्रभावित करेगी।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 – बलिया जिले के विजेता और पार्टी [ Ballia Assembly Election Results 2022 ]
विधानसभा सीट | विजेता | पार्टी |
---|---|---|
बिल्थरा रोड | हंसू राम | सुभासपा |
रसड़ा | उमाशंकर सिंह | बसपा |
सिकंदरपुर | जियाउद्दीन रिजवी | सपा |
फेफना | संग्राम सिंह | सपा |
बलिया नगर | दयाशंकर सिंह | भाजपा |
बांसडीह | केतकी सिंह | भाजपा |
बैरिया | जय प्रकाश अंचल | सपा |
बलिया जिले में 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने 3 सीटों, भाजपा ने 2 सीटों, बसपा और सुभासपा