अंजुला सिंह माहौर भारतीय जनता पार्टी की एक जानी-मानी नेता हैं, जिन्होंने आगरा की पहली महिला मेयर और हाथरस विधानसभा क्षेत्र की पहली महिला विधायक बनने का गौरव प्राप्त किया। उनका राजनीतिक सफर भारतीय राजनीति में महिलाओं की सशक्त भूमिका और सामाजिक प्रतिबद्धता का एक उदाहरण है।

https://twitter.com/Anjula_mahor/status/1508409237398978563

अंजुला सिंह माहौर का जीवन परिचय

अंजुला सिंह माहौर का जन्म वर्ष 1970 में उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में हुआ था। उनका परिवार माहौर समुदाय से आता है, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक प्रभावशाली वर्ग माना जाता है। उन्होंने D.S. कॉलेज, अलीगढ़ (आगरा यूनिवर्सिटी से संबद्ध) से वर्ष 1991 में एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। शिक्षा में रुचि रखने वाली अंजुला सिंह माहौर ने विधि के क्षेत्र से राजनीति की ओर रुख किया।

उनका विवाह सुधीर कुमार माहौर से हुआ, जो जीएसटी विभाग में सहायक आयुक्त हैं। अंजुला सिंह एक कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ एक घरेलू महिला और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। अंजुला सिंह माहौर का जीवन परिचय बताता है कि उन्होंने पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारियों को संतुलित रखते हुए सार्वजनिक जीवन में सफलता प्राप्त की।

अंजुला सिंह माहौर : राजनीतिक सफर की शुरुआत और मेयर पद तक का सफर

अंजुला सिंह माहौर के राजनीतिक सफर की शुरुआत वर्ष 2008 में हुई, जब उन्हें भाजपा ने आगरा नगर निगम के मेयर पद के लिए टिकट दिया। उस समय प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार थी, लेकिन उन्होंने बसपा की प्रत्याशी डॉ. रेखा कुमारी को 26,000 मतों से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की।

2008 से 2013 तक के कार्यकाल में उन्होंने:

  • जवाहरलाल नेहरू अर्बन रिन्यूवल मिशन के तहत ₹700 करोड़ की परियोजनाओं को मंजूरी दिलाई।
  • गंगाजल परियोजना के लिए ₹1200 करोड़ की फंडिंग सुनिश्चित कराई।
  • चीन और पुर्तगाल जैसे देशों में शहर का प्रतिनिधित्व कर आगरा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाई।

अंजुला सिंह माहौर : विधानसभा चुनाव और ऐतिहासिक जीत

2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें हाथरस सुरक्षित सीट से प्रत्याशी बनाया। उन्होंने बहुजन समाज पार्टी की किरण प्रभा केशरी को 1 लाख से अधिक वोटों से हराया और इतिहास रचते हुए हाथरस की पहली महिला विधायक बनीं।

उनकी यह जीत न केवल भाजपा के लिए बल्कि महिलाओं के सशक्त राजनीतिक प्रतिनिधित्व के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जाती है।

विवाद और जाति प्रमाणपत्र मामला

उनकी जीत के बाद उन पर फर्जी जाति प्रमाणपत्र से चुनाव लड़ने का आरोप भी लगाया गया। भ्रष्टाचार विरोधी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस मामले में राज्यपाल और एमपी-एमएलए कोर्ट में याचिका दायर की, जिससे उनके राजनीतिक जीवन में विवादों की आंच भी आई। हालांकि यह मामला अभी भी विचाराधीन है।

वित्तीय स्थिति और संपत्ति का विवरण

अंजुला सिंह माहौर और उनके पति एक समृद्ध परिवार से ताल्लुक रखते हैं। चुनावी शपथ पत्र के अनुसार:

  • ₹1.80 करोड़ की चल-अचल संपत्ति।
  • ₹25 लाख मूल्य के गहने।
  • एक ऑडी कार और ₹12 लाख की एलआईसी पॉलिसी।
  • दोनों के पास पंजीकृत हथियार भी हैं — अंजुला के पास रायफल और दोनाली बंदूक, जबकि उनके पति के पास पिस्टल।

भविष्य की राजनीति और नेतृत्व क्षमता

अंजुला सिंह माहौर का राजनीतिक सफर उनकी नेतृत्व क्षमता, कार्यकुशलता और संगठनात्मक पकड़ का प्रतीक है। भाजपा में उनकी गहरी पकड़ और जनता के साथ सीधा संवाद उन्हें आने वाले समय में और भी बड़ी जिम्मेदारियों की ओर अग्रसर कर सकता है।

चाहे वह मेयर रहते हुए आगरा का विकास हो या विधायक बनकर हाथरस में काम करना, अंजुला माहौर ने महिलाओं के लिए राजनीति में एक नई राह खोली है

उत्तर प्रदेश 2022 विधानसभा में 403 सीटों पर विभिन्न जातियों और धर्मों के विधायकों का प्रतिनिधित्व

हाथरस ज़िला – विधानसभा चुनाव परिणाम 2022 Hathras Assembly Election Results 2022

विधानसभा सीटविजेता उम्मीदवारपार्टीमिले वोटउपविजेता उम्मीदवारपार्टीमिले वोटजीत का अंतर
सादाबादप्रदीप सिंहरालोद1,04,874रामवीर उपाध्यायभाजपा98,4376,437 मत
सिकंदराराऊवीरेन्द्र सिंह राणाभाजपा88,537डॉ. ललित बघेलसपा83,0075,530 मत
हाथरसअंजुला माहौरभाजपा1,32,607संजीव कुमारबसपा45,49787,110 मत
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें