जानिए कौन हैं अनिल कुमार त्रिपाठी ?
अनिल कुमार त्रिपाठी उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक जानी-पहचानी शख्सियत हैं, जिनका जन्म 31 मार्च 1965 को संतकबीर नगर जनपद के ग्राम करमांकला में हुआ था। उनके पिता का नाम स्वर्गीय दयाशंकर त्रिपाठी था। प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा प्राप्त किया। शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने व्यवसाय को अपनाया। सामाजिक गतिविधियों में गहरी रुचि रखने वाले उनका राजनीतिक झुकाव समय के साथ बढ़ता गया।
पारिवारिक जीवन
उनका विवाह 2 मई 1984 को आशा त्रिपाठी से हुआ। उनकी पत्नी का जन्म 10 जुलाई 1966 को हुआ था। इस दंपति के तीन बच्चे हैं – एक पुत्र और दो पुत्रियां। उनकी पत्नी आशा त्रिपाठी ने भी राजनीति में सक्रिय भागीदारी निभाई है। वर्ष 2006 में वह सांथा ब्लॉक की ब्लॉक प्रमुख चुनी गई थीं, जहां उन्होंने ताबिश खान को हराकर जीत हासिल की थी।
https://twitter.com/Anil4Bharat/status/1919736630845358209
अनिल कुमार त्रिपाठी का जीवन परिचय
अनिल कुमार त्रिपाठी का जीवन परिचय सरल रहा है। ब्राह्मण समुदाय से संबंध रखने वाले त्रिपाठी जी का धर्म हिन्दू है। उन्होंने एक सामान्य ग्रामीण पृष्ठभूमि से निकलकर सार्वजनिक जीवन में अपनी अलग पहचान बनाई। वर्ष 2000 से वे “भव्या भारती ट्रस्ट” के मुख्य ट्रस्टी के रूप में भी कार्य कर रहे हैं, जहां सामाजिक विकास से जुड़े विभिन्न कार्यों में सक्रियता दिखाई है।
राजनीति में कदम रखने से पहले वे व्यापार में सक्रिय थे। लेकिन समाजसेवा और जनहित के कार्यों ने उन्हें राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया। अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को करीब से देखने और समझने के बाद उन्होंने चुनावी राजनीति का रास्ता चुना।
अनिल कुमार त्रिपाठी का राजनीतिक सफर
पीस पार्टी और बसपा से जुड़ाव
अनिल कुमार त्रिपाठी का राजनीतिक सफर काफी संघर्षपूर्ण और अनुभवों से भरा रहा है। 2007 में उन्होंने पहली बार मेंहदावल विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद 2012 में उन्होंने पीस पार्टी से टिकट लेकर चुनाव लड़ा और सपा प्रत्याशी से बेहद कम अंतर से हार का सामना किया।
2017 के विधानसभा चुनाव में वह बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार बने और एक बार फिर दूसरे स्थान पर रहे। तीन बार की हार के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। 2019 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी जॉइन की, जिसके बाद 2022 के विधानसभा चुनाव में निषाद पार्टी ने उन्हें मेंहदावल सीट से प्रत्याशी बनाया।
2022 में राजनीतिक सफलता
वर्ष 2022 के मेहदावल विधानसभा सीट चुनाव में अनिल कुमार त्रिपाठी ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जयराम पांडेय को लगभग पांच हजार वोटों के अंतर से हराकर अपनी पहली विधानसभा जीत दर्ज की। यह जीत उनके राजनीतिक सफर का महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई। वे अट्ठारहवीं उत्तर प्रदेश विधान सभा में पहली बार सदस्य निर्वाचित हुए। यह सिद्ध करता है कि निरंतर संघर्ष, जनसमर्थन और संगठन की रणनीति से वे अंततः सफलता तक पहुंचे।
राजनीतिक योगदान और सामाजिक भूमिका
विधानसभा सदस्य के रूप में अनिल कुमार त्रिपाठी ने अपने क्षेत्र में विकास कार्यों को प्राथमिकता दी है। वे शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर देते रहे हैं। इसके अतिरिक्त, वह वर्षों से भव्या भारती ट्रस्ट के माध्यम से सामाजिक कार्यों में भी संलग्न हैं। उनके जीवन परिचय और कार्यशैली से यह स्पष्ट होता है कि वे समाज सेवा और जनकल्याण को प्राथमिकता देते हैं।
अनिल कुमार त्रिपाठी ने एक लंबे और संघर्षपूर्ण राजनीतिक सफर के बाद 2022 में पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा में स्थान प्राप्त किया। उनका जीवन परिचय समाजसेवा, शिक्षा और राजनीतिक धैर्य का प्रतीक है।
संत कबीर नगर विधानसभा चुनाव 2022: परिणाम
विधानसभा सीट | विजेता उम्मीदवार | पार्टी |
---|---|---|
खलीलाबाद | अंकुर तिवारी | भाजपा (BJP) |
मेहदावल | अनिल कुमार त्रिपाठी | निषाद पार्टी (BJP समर्थित) |
धनघटा | गणेश चंद्रा | भाजपा (BJP) |