चंदौली जिले में गौवंश के संरक्षण और देखभाल हेतु कई स्थायी एवं अस्थायी गौशालाएँ ( Gaushala in Chandauli ) कार्यरत हैं। जिले में कुल 15+ गौशालाएँ हैं, जिनमें 1,500+ से अधिक गोवंश संरक्षित हैं। इन गौशालाओं में प्रशासन द्वारा चारे, चिकित्सा सुविधाओं और सुरक्षा का प्रबंध किया जाता है।
1. चंदौली जिले की प्रमुख गौशालाएँ ( Gaushala in Chandauli )
अस्थायी आश्रय स्थल (Asthayi Ashray Sthal)
- सुल्तानपुर, चकिया – 67 गोवंश
- पापौरा, सकलडीहा – 124 गोवंश
- सरवनंदपुर, सकलडीहा – 220 गोवंश
- चकिया (शहरी गौशाला) – 160 गोवंश
- फ़िरोज़पुर, चकिया – 92 गोवंश
- भीखमपुर, चकिया – 25 गोवंश
- नौगढ़, कान्हा हाउस – 16 गोवंश
- नोनारी, सकलडीहा – 199 गोवंश
- पटपरा, सकलडीहा – 80 गोवंश
- तरापुर, सकलडीहा – 52 गोवंश
- चंदौली (शहरी गौशाला) – 214 गोवंश
वृहद गौसंरक्षण केंद्र (Vrihad Gau Sanrakshan Kendra)
- नेकनामपुर, सकलडीहा – 180 गोवंश
- कटौरी, मुघलसराय – 188 गोवंश
2. कुल आंकड़े ( Gaushala in Chandauli )
✔ कुल गौशालाएँ: 15+
✔ कुल गोवंश की संख्या: 1,500+
✔ सबसे बड़ी गौशाला: सरवनंदपुर, सकलडीहा (220 गोवंश)
✔ सबसे छोटी गौशाला: नौगढ़, कान्हा हाउस (16 गोवंश)
3. चंदौली की गौशालाओं में हुई प्रमुख घटनाएँ (2022 से अब तक) ( Gaushala in Chandauli )
➤ जुलाई 2022 – सरवनंदपुर गौशाला में चारे की कमी
- 50 से अधिक गोवंश बीमार हुए, प्रशासन ने तत्काल राहत पहुंचाई।
➤ अक्टूबर 2022 – चकिया शहरी गौशाला में जलभराव की समस्या
- भारी बारिश से जलभराव हुआ, 20 से अधिक गोवंश प्रभावित।
- प्रशासन ने जलनिकासी का कार्य किया।
➤ जनवरी 2023 – नेकनामपुर गौसंरक्षण केंद्र में संक्रमण फैला
- 30 से अधिक गोवंश बीमार, 10 की मौत।
- सफाई अभियान चलाया गया।
➤ मई 2023 – चंदौली शहरी गौशाला में आगजनी की घटना
- आग लगने से 15 गोवंश झुलसे, 5 की मौत।
- दमकल विभाग ने राहत कार्य किया।
➤ नवंबर 2023 – सकलडीहा क्षेत्र में गोवंश चोरी की घटना
- 10 से अधिक गोवंश चोरी हुए, पुलिस जांच में जुटी।
4. अब तक हुई कुल मौतें और बीमार गोवंश (2022-2024)
✔ कुल मृत गोवंश: 40+
✔ बीमार हुए गोवंश: 300+
5. प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम
✔ गौशालाओं में चारे और पानी की आपूर्ति बढ़ाई गई। ✔ बीमार पशुओं के इलाज हेतु पशु चिकित्सकों की टीम तैनात की गई। ✔ स्थानीय निकायों द्वारा गौशाला प्रबंधन की निगरानी बढ़ाई गई। ✔ जलभराव और आगजनी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए विशेष फंड जारी किया गया।
चंदौली जिले की गौशालाओं (Gaushala in Chandauli) में गोवंश की सुरक्षा और उचित प्रबंधन हेतु प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, कुछ गौशालाओं में संसाधनों की कमी और प्रबंधन में लापरवाही के कारण मौतों और बीमारियों की घटनाएँ बढ़ रही हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है।
यदि आपको किसी विशेष गौशाला के बारे में जानकारी चाहिए, तो कृपया बताएं। 🚩
गौशाला: उत्तर प्रदेश की सभी गौशालाओं (UP Gaushala) का विवरण |
गौशाला: उत्तर प्रदेश के जिलों में 5000 से कम गौवंश |
उत्तर प्रदेश में 5000-10,000 गौवंश क्षमता वाली गौशालाएँ |
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