व्यंग : ‘ललकारते नक्सली’
‘ललकारते नक्सली’ ————— ललकारते नक्सली । हिम्मत बढ़ती जाये ।। कब होगा सफ़ाया ? हम ना जान पाये ।। बढ़ता उनका हौसला । कार्रवाई का
हास्य-व्यंग्य (vyangya) की शिखर कविताएँ हिन्दी में हास्य-व्यंग्य कविताओं का उदय मुख्यतः स्वतंत्रता के बाद हुआ।
व्यंग्यात्मक कविता, हास्य व्यंग्य कविता