‘रक्षाबंधन‘ का त्यौहार भाई बहन के प्रेम का त्यौहार है, जब एक बहन अपने भाई की कलाई पर राखी का धागा बांधती है तो भाई उसके जीवन में आने वाली सारी परेशानी में उसका साथ निभाने का वचन देता है, उसकी सुरक्षा का वचन देता है.
यह त्यौहार हिन्दू कैलेंडर के अनुसार श्रावण माह की पूर्णिमा को सम्पूर्ण भारतवर्ष में अत्यंत हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है.
राखी से जुडी है भावनाएं :
- रक्षाबंधन सिर्फ एक त्यौहार ही नहीं बल्कि हमारी परंपराओं का प्रतीक है.
- हमारे देश में इस त्यौहार का बड़ा महत्व है.
- रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर भाइयों से अपनी सुरक्षा का वचन लेती हैं.
- भाई भी इस अवसर पर अपनी बहन को उपहार देते हैं एवं बहन की रक्षा का वचन देते हैं.
- रक्षा-बंधन के अवसर पर बाजार में तरह-तरह की राखी आयी हैं.
- छोटे बच्चे और महिलाओं में राखी को लेकर उस्ताह देखने को मिला है.
- राखी की दुकानों पर भारी भीड़ दिखाई दे रही है.
- रक्षाबंधन के लिए शुभ मुहूर्त 7 अगस्त की सुबह 11.07 बजे से बाद दोपहर 1.50 बजे तक है.
- इसी दिन चंद्र ग्रहण भी होगा जो रात्रि 10.52 से शुरू होकर 12.22 तक रहेगा.
- चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पूर्व सूतक भी लग जायेगा.
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Kamal Tiwari
Journalist @weuttarpradesh cover political happenings, administrative activities. Blogger, book reader, cricket Lover. Team work makes the dream work.